दुनिया के दो बड़े एयरपोर्टस् पर सैकड़ों यात्री फंस गए हैं। बता दें कि तकनीकी खामी की वजह से ऐसी नौबत आई है। मामला हॉन्गकॉन्ग एयरपोर्ट का है। यहां गुरुवार को कम्प्यूटर सिस्टम में खराबी की वजह से उड़ानों में देरी हुई। दूसरा मामला शिकागो एयरपोर्ट का है। यहाँ टेक्निकल इश्यू की वजह से मंगलवार को एयर इंडिया की फ्लाइट उड़ान नहीं भर सकी। बता दें की शिकागो में 300 पैसेंजर दिल्ली आने के लिए 34 घंटे से इंतजार कर रहे हैं।
हॉन्गकॉन्ग इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बात करें तो गुरुवार को यहाँ कम्प्यूटर सिस्टम फेल हो गए। इसके चलते फ्लाइट्स में देरी हो रही है। कैथी पैसेफिक एयरलाइंस सबसे ज्यादा प्रभावित है। कोविड से पहले हॉन्गकॉन्ग दुनिया का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट था। हॉन्गकॉन्ग की एयरपोर्ट अथॉरिटी ने अभी कम्प्यूटर में आई खामी के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है। चेक-इन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों की लाइनें लगी है, लेकिन यह सुविधा अभी उपलब्ध नहीं है।
अगर अमेरिका के शिकागो एयरपोर्ट पर खड़ी एअर इंडिया की बात करें तो, टेक्निकल इश्यू की वजह से अभी तक उड़ान नहीं भरी जा सकी। फ्लाइट को मंगलवार को दोपहर 1:30 बजे टेकऑफ कर 15 मार्च दोपहर 2:20 बजे दिल्ली में उतरना था। लेकिन अभी तक फ्लाइट ने उड़ान नहीं भरी है।
गोपाल कृष्ण सोलंकी नाम के पैसेंजर ने कहा कि 300 पैसेंजर लगभग 34 घंटे से फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन फ्लाइट के बारे में कुछ भी पता नहीं है। मामले में एअर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि 14 मार्च को टेक्निकल इश्यू की वजह से उड़ान को कैंसिल करना पड़ा। पैसेंजर्स की मदद की जा रही है। और उन्हें दूसरी फ्लाइट से दिल्ली भेजा जा रहा है।