राहुल गांधी गुरुवार को संसद की कार्यवाही में शामिल हुए। इससे पहले राहुल ने लंदन में दिए अपने बयान को लेकर मीडिया से बात-चीत की। उन्होंने कहा कि, मैंने लंदन में भारत के खिलाफ कुछ नहीं कहा। यदि संसद में उन्हें बोलने का मौका मिलेगा, तो वह अपनी बात ज़रूर रखेंगे। इससे पहले सुबह 11 बजे संसद की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। दोपहर बाद कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद फिर हंगामा होने पर दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अगर राहुल गांधी के कुछ कहने पर यदि कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती हैं तो इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते। पर अगर वो देश का अपमान करते हैं तो एक भारतीय होने के नाते हम चुप नहीं रहेंगें। उन्होंने राहुल को इस मामले में माफी मांगने के लिए भी कहा। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पहले कई मौकों पर प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश जाकर देश के खिलाफ बोला है। ऐसे में सवाल ही नहीं उठता है कि राहुल अपने बयान को लेकर माफी मांगें।
उधर दिग्विजय सिंह ने भी कहा कि राहुल गाँधी ने लंदन में ऐसा क्या कहा था, जो उन्होंने भारत में नहीं कहा। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद भी पिछली सरकारों को लेकर कहा है कि पहले उन्हें भारत में जन्म लेने को लेकर शर्म आती थी। क्या यह देश की बेइज्जती करने में नहीं गिना जाएगा? ये सारे मुद्दे और कुछ नहीं, बल्कि अडाणी मामले में संसदीय कमेटी के गठन को लेकर चर्चाओं से बचना है। तो पवन खेड़ा ने भी कह दिया कि जब भी कांग्रेस अडाणी मुद्दे को लेकर पार्लियामेंट्री कमेटी बनाने की मांग करती है, तो भाजपा सत्र स्थगित करवा देती है। भाजपा को डर है कि कहीं सदन में कोई अडाणी का नाम न ले।