उत्तरप्रदेश में योगी सरकार 2.0 को 25 मार्च को एक साल पूरे हो गया है। इस उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में 45 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि, “कानून पर जीरो टॉलरेंस ने प्रदेश को नई पहचान दिलाई है। यूपी अब माफिया नहीं, महोत्सव का प्रदेश बन चुका है। उपद्रवियों नहीं, उत्सवों का प्रदेश बन चुका है। यहां गुंडाराज, माफियाराज, जंगलराज जैसे शब्द अतीत हो चुके हैं। कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में सबसे पहले विकास कार्यों पर बनी शॉर्ट फिल्म दिखाई गई। सीएम ने ‘नई उड़ान, नई पहचान’ स्लोगन लिखा पोस्टर जारी किया। सीएम ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले ताश के पत्ते की तरह अफसर फेंटे जाते थे। प्रशासन में स्थिरता नहीं थी। हमने प्रशासन को स्थिर किया। इसका लाभ जनता को मिला।
योगी ने ये भी बताया कि,”कहा जाता था कि यूपी में कानून व्यवस्था संभव नहीं है। हमने पुलिस की सुविधाओं को बढ़ाया। 1.64 लाख पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा किया गया। STRF का गठन भी किया। ताकि, दैवीय आपदा के वक्त मदद पहुंचाई जा सके।”
सीएम योगी ने कहा कि,”बेरोजगारी की दर 2016 में 18% थी, आज वो 3 से 4% के बीच है। वहीं, जितना गन्ना मूल्य भुगतान 10 साल में हुआ उसका दोगुना 6 साल में किया। 2.02 लाख करोड़ का भुगतान गन्ना किसानों को हुआ। 2017 से अब तक 345 लाख मीट्रिक टन खरीद हुई। 64 हजार करोड़ का भुगतान किसानों को हुआ। हम वन डिस्ट्रिक, वन मेडिकल कॉलेज की तरफ बढ़ चुके हैं। जल्द ही सभी 75 जिले में मेडिकल कॉलेज होगा। हर मंडल में एक यूनिवर्सिटी होगी। राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ में बन रहा है। सहारनपुर में भी स्टेट विश्वविद्यालय बना चुका है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी प्रयागराज में स्वीकृत की गई है।”