कानपुर के हर्षनगर संत लाल के हाते में दो पक्षों के बीच शरेआम लाठी-डंडे चले। इसमें 12 लोग घायल हो गए हैं। बता दें कि विवाद सीवर और वॉटर लाइन बिछाने को लेकर हुआ। अंदेशा था कि वहां दो पक्ष आमने-सामने आ सकते हैं। फिर भी खुदाई शुरू होने के वक्त पुलिस बल तैनात नहीं हुआ। यही नहीं, मारपीट की सूचना पर करीब 30 मिनट के बाद पुलिस पहुंची। बवाल को कंट्रोल करने के लिए 10 थानों की पुलिस बुलाई गई। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज करके दोनों पक्षों को खदेड़ा। फिर जाकर बवाल शांत हुआ। मौके पर फोर्स अभी भी मौजूद है और अपनी मौजूदगी में हाते में खुदाई का काम करवा रही है। फिलहाल पुलिस ने अब तक चार लोगों को हिरासत में लिया है।
हर्ष नगर में संत लाल का हाता में 200 से ज्यादा मकान और करीब 5 हजार की आबादी रहती है। यहां रहने वाले विजय कुरील पूरे हाते पर अपना मालिकाना हक बताते हैं। उनका दावा है कि यह उनकी पुस्तैनी जमीन पर बना है, लेकिन 1985 में इसे मलिन बस्ती घोषित कर दिया गया। इसके बाद मकान मालिक और मलिन बस्ती के लोगों का हाईकोर्ट में वाद चल रहा है। इसके चलते वहां पर सीवर और वाटर लाइन भी नहीं बिछ पा रही थी।
ADCP सेंट्रल मनोज पांडेय ने बताया कि मामले में काम रुकवाने वाले विजय और उनके परिवार के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, मारपीट समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। चार लोगों को मौके पर हिरासत में लिया गया था। अन्य की तलाश में दबिश दी जा रही है। वहीं, तनाव का माहौल देखते हुए हाते के बाहर से लेकर अंदर तक फोर्स तैनात कर दी गई है। इसके साथ ही पुलिस की देख रेख में सीवर लाइन और वाटर लाइन डालने का काम शुरू किया गया है।