पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बंगले के बाहर धरनास्थल से गायब हुए वीरांगना मंजू जाट का वीडियो सामने आया है। मंजू जाट का 60 घंटे बाद वीडियो सामने आया है, जोकि जयपुर के हरमाड़ा का है। बता दें कि वीरांगना को आनंद विहार हरमाड़ा में पुलिस ने प्लॉट नम्बर 26 में नजरबंद किया हुआ है।
जिस जगह मंजू जाट मौजूद है, उस कॉलोनी के चारों ओर पुलिस को तैनात किया गया है। कई दिनों से खाना ना खाने के कारण वह बोलने में भी सक्षम नहीं हैं। सदमे में होने के कारण कई बार पूछने के बाद भी मंजू ने कुछ नहीं कहा।
दरअसल, पुलवामा में शहीद रोहिताश्व लांबा की पत्नी मंजू जाट दो अन्य वीरांगनाओं सुंदरी देवी गुर्जर और मधुबाला मीणा के साथ जयपुर में धरने पर बैठी थीं। 9 मार्च की देर रात 3 बजे पुलिस ने तीनों वीरांगनाओं को जबरदस्ती धरना स्थल से हटा दिया। मंजू को धरना स्थल से उठाकर पुलिस ने उनके गांव गोविंदपुरा बासड़ी छोड़ा था। फिर उन्हें अमरसर पीएचसी में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद से मंजू जाट का कोई अता-पता नहीं था। घरवाले पुलिस पर आरोप लगा रहे थे। रविवार को मंजू का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह बीमार दिख रही है और कुछ भी नहीं बोल पा रही है।
पुलवामा के शहीदों की पत्नियां मंजू जाट,सुंदरी देवी, मधुबाला मीणा पिछले एक हफ्ते से कांग्रेस नेता सचिन पायलट के निवास के बाहर धरना दे रही थीं। पुलिस ने गुरुवार रात तीन बजे इन्हें जबरदस्ती धरनास्थल से उठाकर एंबुलेंस में उनके गांव पहुंचा दिया। भाजपा सांसद किरोड़ीलाल जब शुक्रवार को शहीदों की पत्नियों से मिलने जा रहे थे तो उन्हें रोक लिया गया। इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलवामा शहीदों की पत्नियां मंजू जाट और सुंदरी देवी अपने देवर के लिए सरकारी नौकरी मांग रही हैं। सरकार का तर्क है कि देवर को सरकारी नौकरी देने का नियमों में प्रावधान नहीं है। शहीद हेमराज मीणा की पत्नी की मांग है कि सांगोद चौराहे पर भी उनकी मूर्ति लगाई जाए। एक स्कूल का नामकरण शहीदों के नाम पर करें। शहीदों की पत्नियों ने अब बदसलूकी करने वाले पुलिसवालों पर कार्रवाई करने की मांग भी जोड़ ली है।