राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी के उपनाम को लेकर बयान दिया था। इससे जुड़े मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने गुरुवार को राहुल को दो साल की सजा सुनाई थी। सजा के ऐलान के 26 घंटे बाद उनकी संसद सदस्यता खत्म कर दी गई थी। इस मुद्दे को लेकर शनिवार को राहुल गाँधी ने मीडिया से बातचीत की। राहुल ने ‘हिन्दुस्तान का लोकतंत्र खतरे में है’ लाइन के साथ अपनी बात की शुरुआत की।
इसके बाद उन्होंने सवाल किया कि अडाणी और मोदी का रिश्ता क्या है? उन्होंने ब्रिटेन के केंब्रिज यूनिवर्सिटी में लोकतंत्र पर कही अपनी बात और सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है… वाले बयान पर भी सफाई दी।
बता दें कि राहुल के साथ प्रियंका गांधी पार्टी भी दफ्तर पहुंचीं। इस दौरान कार्यकर्ता नारेबाजी करते नजर आए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अभिषेक मनु सिंघवी, जयराम रमेश और वेणुगोपाल मौजूद रहे।
इससे पहले राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बयान सामने आया था गिरिराज ने कहा था कि, जब चारा घोटाले में आदेश आया था और लालू प्रसाद की सदस्यता जाने वाली थी। उस समय राहुल लालू से नहीं मिलते थे। राहुल ने तब ऐसे मामले में अपील के प्रावधान से संबंधित अध्यादेश को फाड़ दिया था। लालू जी ने उस समय राहुल को श्राप दिया था।
यूथ कांग्रेस भी आज देशभर में अलग-अलग प्रदर्शन करेगी। इसके अलावा कांग्रेस ने सोमवार से देशभर में संविधान बचाओ आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है। इसकी रणनीति के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे आज एक अहम बैठक भी करेंगे। इसमें सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी आ सकती हैं।