राजस्थान में बदमाश रील्स के जरिए हथियार बेच रहे हैं। बदमाशों कि ओर से सोशल मीडिया पर अवैध हथियार को लोड करने से लेकर चलाने तक की ट्रेनिंग दी जा रही है। रील में हथियारों को खरीदने की कीमत से लेकर उसकी वैराइटी भी बताई जा रही है। बदमाश हथियारों की रील फेसबुक पर डाल रहे हैं। इसके साथ हथियार की सप्लाई के लिए वॉट्सऐप नंबर भी उपलब्ध करवा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जयपुर की करणी विहार थाने से भी सामने आया, जहां सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर हथियार बेचने वाले दो बदमाशों को पकड़ा गया है।
डीसीपी वंदिता राणा ने बताया कि, 24 फरवरी को गांधी पथ पर करणी विहार थाना पुलिस ने हथियार बेचने आए बदमाशों पर कार्रवाई की थी। सफेद कलर की स्विफ्ट डिजायर कार में दो बदमाश हथियार सप्लाई करने आए थे। दोनों बदमाश अवैध हथियार और कारतूस बेचने के लिए खरीदार को दिखा रहे थे। करणी विहार के एसऐचओ लिखमा राम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दबिश दी। डीसीपी ने बताया कि मोबाइल में रिसेंट डिलीट फोल्डर में अलग-अलग अवैध हथियार और कारतूसों के फोटो और वीडियो मिले।
डीसीपी वंदिता राणा ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों से कॉन्टैक्ट कर फेसबुक-इंस्टाग्राम के जरिए हथियारों को बेचने का अपराधियों का एक नेटवर्क डेवलप हुआ है। एक मार्च से पुलिस मुख्यालय की ओर से भी इसके विरूद्ध अभियान चल रहा है।
वंदिता राणा का कहना है कि विशेष टीम सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्ट कर हथियार बेचने वालों पर निगाह रख रही है। सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले सभी बदमाशों को रोल के आधार पर चिन्हित कर FIR दर्ज कर करवाई कर रहे है। उन्होंने बताया अभी तक की जांच में सामने आया है कि ये मध्य प्रदेश से हथियार खरीदकर राजस्थान लाते हैं। सोशल मीडिया नेटवर्क के जरिए मध्य प्रदेश से खरीदकर लाए हथियारों की राजस्थान के विभिन्न जिलों में सप्लाई करते हैं।