बीकानेर राजपरिवार की अंतिम महारानी और राजमाता सुशीला कुमारी का निधन हो गया है। उनका देहांत शुक्रवार देर रात लालगढ़ स्थित उनके आवास पर हुआ। शनिवार को जूनागढ़ में उनकी पार्थिव देह लोगों के दर्शन के लिए रखी जाएगी। रविवार को सागर गांव में स्थित राजपरिवार के श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार राजपरिवार की रीतियों के तहत किया जाएगा।
देश की आजादी के बाद राजतंत्र की परंपराएं निभाई जाती थी। साल 1950 में महाराजा सार्दुल सिंह के पुत्र राजकुमार करणी सिंह का राज्याभिषेक भी किया गया था। उसी समय सुशीला कुमारी को महारानी का सम्मान मिला था। साल 1971 तक वो महारानी रहीं। महाराजा करणी सिंह की मृत्यु के बाद उन्हें राजमाता के रूप में स्वीकार किया गया था। ओर राजपरिवार की सारी व्यवस्था भी सुशीला कुमारी ने ही संभाली।
बता दें कि राजमाता पिछले कई सालों से अस्वस्थ थीं। उन्होंने आम लोगों से मिलना भी बंद कर दिया था। लेकिन अस्वस्थता के बीच भी उन्होंने सामाजिक जिम्मेदारियां निभाई।